म.प्र में पैरामेडिकल संवर्ग भर्ती में कितना भ्रम : अलग अलग नियम क्या छात्रों के भविष्य के साथ अन्याय नहीं , कैसे सुधरेगी ऐसी अन्यायपूर्ण व्यवस्था
मध्य प्रदेश के विभिन शासकीय /स्वशासी मेडिकल कॉलेज जैसे भोपाल ,ग्वालियर , इंदौर , रतलाम ,शहडोल, शिवपुरी एवं अन्य मेडिकल कॉलेज के द्वारा विज्ञप्ति जारी करके पैरामेडिकल संवर्ग के अंतर्गत विभिन्न पदों पर आवेदन मगाया गया-------------------------------------------------------------------------------------------------
आवेदन जमा करने के लिए समय अलग अलग नियम क्यों ,शिवपुरी मेडिकल कालेज से संबधित खबर
अभी हाल में ही शिवपुरी मेडिकल कालेज के द्वारा पैरामेडिकल संवर्ग भर्ती हेतु विज्ञापन जारी किया गया दिनांक 12 /08 /2021 जिसमे आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 16 /08 /2021 रखी गई थी
प्रश्न उठता है कि क्या 5 दिन के अंदर सम्पूर्ण मध्यप्रदेश के सभी जिलों में रहने वाले एवं पैरामेडिकल कोर्स किये अभ्यर्थयों द्वारा आवेदन पहुँच सकता है
इतना कम समय क्यों दिया गया आवेदन जमा करने के लिए कहीं किसी विशेष की फायदा तो नहीं दिया जा रहा है
जबकि अन्य शासकीय मेडिकल कालेज के द्वारा पर्याप्त समय दिया गया
म.प्र मेंशासकीय मेडिकल कालेज दवरा पैरामेडिकल संवर्ग भर्ती में अजीबोगरीब नियम :जिससे प्राइवेट पैरामेडिकल के छात्रों का नुकसान :
भर्ती के सम्बन्ध में अवर सचिव ,मध्यप्रदेश शासन चिकित्सा शिक्षा विभाग मंत्रालय भोपाल का पत्र क्रमांक एफ 2-20/2020/1/55 भोपाल दिनांक 17.11.2020 द्वारा पत्र का उल्लेख विज्ञापन में किया गया हैं जिसकेअंतर्गत सह चिकित्सीय सवर्ग के रिक्त पदों पर शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों में संचालित पैरामेडिकल कोर्स से उत्तीर्ण उम्मीदवारों हेतु निर्धारित शर्तों के अधीन आवेदन आमंत्रित किये जा रहे हैं
प्राइवेट पैरामेडिकल कॉलेज के उत्तीर्ण छात्रों को शासकीय मेडिकल कॉलेज में सरकरी नौकरी मिलेगी क्या ?
इस नियम के तहत सिर्फ और सिर्फ शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों में संचालित पैरामेडिकल कोर्स से उत्तीर्णउम्मीदवार ही आवेदन कर पाएंगे प्राइवेट पैरामेडिकल कॉलेज के छात्र एवं छात्रएं भर्ती प्रक्रिया में सम्मिलित ही नहीं हो पायंगे
अत्यंत मत्वपूर्ण
प्रश्न :
पूर्व में और अभी
भी नर्सेस की भी भर्तियां लगातार की जा रही है परन्तु उनकी भर्तीयों में ऐसा
तुगलकी फरमान क्यों नहीं जारी किया जाता है न ही डॉक्टर्स के भर्ती में ऐसा आदेश
जारी किया जाता है
लेकिन पैरामेडिकल
संवर्ग में एवं मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी विषय में सबसे खेल खेला जाता है ऐसा क्यों इसके लिए कौन जिम्मेदार है शासन या पैरामेडिकल संवर्ग एवं मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी
विषय के छात्र ,छात्राएं
पैरामेडिकल संवर्ग
एवं मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी विषय के छात्र,छात्राओं
की चुपी ही जिम्मेदार तो नहीं
विचार करना एवम सही
दिशा में कदम उठाना होगा
सुझाव ,विचार जरूर प्रेषित करे बॉक्स में
हमे फॉलो कर सकते है ट्विटर @Jfmltindia @kumarsantoshy1
मेरी व्यक्तिगत राय है की कमियां दोनो तरफ से है हमे सबसे पहले अपने संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करना होगा क्योंकि हमने देखा है की सोशल मीडिया के माध्यम से लोगो को आगे लाना अभी भी थोड़ा मुस्किल है इसलिए पहले हमे छोटे छोटे समूह में विद्यार्थियों को एक साथ लाना होगा तभी हम मजबूती से आगे बढ़ सकते है।
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